मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए विशेष वित्तीय सहायता योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत मार्च महीने में 6 लाख से अधिक किसानों को ₹4,000 प्रति किसान की राशि सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जाएगी। सरकार का यह कदम किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने और खेती से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए उठाया गया है।
किसानों को मिलेगा सीधा लाभ
- ₹4,000 की सहायता राशि किसानों को सीधे बैंक खातों में मिलेगी।
- मुख्यमंत्री कृषक प्रोत्साहन योजना के तहत धान उत्पादक किसानों को ₹4,000 प्रति हेक्टेयर की सहायता दी जाएगी।
- गेहूं उत्पादकों को सरकार ₹175 प्रति क्विंटल का बोनस देगी।
- न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) गेहूं के लिए ₹2,600 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
- किसानों को बिना किसी बिचौलिए के सीधा लाभ देने के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) प्रणाली का उपयोग किया जाएगा।
कैसे मिलेगा किसानों को लाभ?
यह योजना छोटे और मध्यम वर्ग के किसानों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी। यह सहायता राशि रबी फसल की कटाई और खरीफ फसल की तैयारी में किसानों की मदद करेगी। समय पर वित्तीय सहायता मिलने से किसान कर्ज के बोझ से बच सकेंगे और खेती में निवेश कर सकेंगे।

सहायता राशि का विवरण:
फसल | सहायता राशि | लाभार्थी किसान |
---|---|---|
धान | ₹4,000 प्रति हेक्टेयर | 6.69 लाख किसान |
गेहूं | ₹175 प्रति क्विंटल बोनस | सभी गेहूं किसान |
सरकार की पहल से किसानों को क्या फायदा होगा?
- खेती की लागत कम होगी और किसानों की आय में वृद्धि होगी।
- कृषि कार्यों में बेहतर निवेश कर सकेंगे।
- फसल की बेहतर कीमत मिलने से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश सरकार की यह पहल किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और कृषि क्षेत्र को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह वित्तीय सहायता किसानों की खेती की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी और राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगी।